जिला कलक्टर ने किया रुंध गिदावड़ा व बृसंगपुर का निरीक्षण
संबंधित विभागों को सम्मिलित करते हुए अतिरिक्त जिला कलक्टर से मांगी फेक्चुअल रिपोर्ट
खैरथल-तिजारा। जिला कलक्टर डॉ. अर्तिका शुक्ला ने मंगलवार को मेवात इलाके के रुंध गिदावड़ा व बृसंगपुर के बीहड़ों में गोकशी मामले के चलते घटनास्थल पहुंच लिया मौके का जायजा। निरीक्षण के दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर सुरेंद्र सिंह यादव, एसडीएम कोटकासिम रामकिशोर मीणा, सीईओ किशनगढ़ बास सुरेश कुड़ी, तहसीलदार किशनगढ़ बास भंवर सिंह, एसई बिजली विभाग सुधीर सहित अन्य अधिकारी एवं पटवारी मौजूद रहे।
निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर शुक्ला ने गोकशी मामले में अतिरिक्त जिला कलक्टर के निर्देशन में उच्च स्तरीय जांच कर संबंधित विभागों को सम्मिलित करते हुए फेक्चुअल रिपोर्ट मांगी। उन्होंने मौके पर तहसीलदार व पटवारी से राजस्व विभाग की जमीन की जानकारी प्राप्त कर राजस्व भूमि पर हो रहे अतिक्रमण को पूर्णतया ध्वस्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने बिजली विभाग के एसई से दिए गए बिजली कनेक्शन की जानकारी लेते हुए फेक्चुअल रिपोर्ट मांगी। उन्होंने गोकशी प्रकरण को गंभीरता से लेते पुलिस विभाग द्वारा की गई कार्रवाई की जानकारी ली एवं सर्च अभियान कर गोकशी में लिफ्त सभी आरोपियों को पकड़ने के निर्देश दिए।
सीईओ किशनगढ़बास सुरेश कुड़ी ने बताया कि गोकशी मामले में लगातार सर्च अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत अभी तक 50 से ज्यादा लोगों से पूछताछ की गई एवं गोकशी में लिफ्त 5 आरोपी रती खां पुत्र कल्लू, सालीम पुत्र अयूब, मौसम पुत्र जोरमल, कासम पुत्र फजरू, असलम पुत्र खुर्शीद को पकड़ा गया है।
तहसीलदार भंवर सिंह ने बताया कि राजस्व भूमि पर अवैध रूप से जमीन पर फसल बोई गई है जिस पर निरंतर कार्रवाई करते हुए अतिक्रमण हटाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि राजस्व भूमि बने घरों को ध्वस्त कर अतिक्रमण हटाया गया। उन्होंने बताया कि ग्राम रूंध गिदावड़ा में भू अभिलेख निरीक्षक व हल्का पटवारी से प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार ग्राम रूंध गिदावड़ा गैर आबाद ग्राम है। गांव में अधिकतर भूमि किस्म गै. मु. बेहड है मौके पर गहरे नाले, टीबे, उबड़-खाबड़ व पहाड़ आदि में विभाजित है। उन्होंने बताया कि खसरा नंबर 18 में 9 हेक्टेयर भूमि पर गेहूं, एक बोरिंग व 2 कच्ची झोपड़ी, खसरा नंबर 19 में 8 हेक्टेयर पर गेहूं, सरसों, 4 कच्ची झोपड़ी, दो बोरिंग व दो टीन शेड, खसरा नंबर 20 में 10 हेक्टेयर पर गेहूं, सरसों की फसल एवं एक टीन शेड व एक बोरिंग, खसरा नंबर 21 में 8 हेक्टेयर पर गेहूं, सरसों व एक कच्ची झोपड़ी, खसरा नंबर 22 में 7 हेक्टेयर में गेहूं, सरसों की फसल एवं दो बोरिंग, दो कच्ची झोपड़ी का अतिक्रमण पाया गया। जिसमें फसल कमजोर अवस्था में होने के कारण अब तक 23 हेक्टेयर भूमि में फसल एवं आठ अस्थाई आवासीय कच्चा निर्माण व 6 अवैध बोरिंग नष्ट करवाए गए।
“शिक्षक की सार्वभौमिकता और शिक्षा का पवित्र स्वरूप”
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