फौजाराम मेघवाल
जालोर । जिला कलक्टर हिमांशु गुप्ता ने कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए किये जा रहे उपायों एवं व्यवस्थाओं तथा लॉक डाउन की स्थिति में जन-जन को जागृत करने के लिए मीडिया के सहयोग की प्रशंसा की है।
यह जानकारी जिला कलक्टर गुरूवार ने अपने कक्ष में जिले के मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत के दौरान दी। उन्होंने मीडिया से व्यवस्थाओं की कमियों के बारे में भी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत की मंशा के अनुरूप जिले में कोरोना संक्रमण बचाव एवं राहत की व्यापक स्तर पर व्यवस्थाएं की गई हैं। इसके लिए जिले में पर्याप्त संख्या में पुलिस, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य व अन्य विभागों से जुड़े अधिकारी व कर्मचारी संवेदनशील होकर अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहें हैं। उन्होंने बताया कि लॉक डाउन को जन हित में गंभीरता से लागू करने और व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद रखने के लिए मानवीय दृष्टिकोण को ध्यान में रखकर जिला प्रशासन कार्य कर रहा है।
उन्होंने बताया कि जिले की सीमाओं पर स्थित 14 चौकियों पर बाहर से आने वाले व्यक्तियों के स्वास्थ्य की जांच के लिए आवश्यक प्रबन्ध हैं। अब तक लगभग 30 हजार से ज्यादा व्यक्ति जिले में आये हैं। इसके लिए पुलिस प्रशासन भी संवेदनशीलता से कर्तव्यरत है। उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग के प्रति जन-जन को जागृत करने के लिए किये गये प्रबन्धों की जानकारी भी दी।
जिला कलक्टर ने मीडिया से कई बातों के बारे में सहयोग करने की अपेक्षा व्यक्त करते हुए कहा कि वे इस प्रकार से जिला प्रशासन का प्रचार-प्रसार संसाधनों से सहयोग करें जिससे कि कोरोना संक्रमण से स्वयं के बचाव के लिए व्यक्ति अधिकाधिक जागरूक हां। लॉक डाउन की स्थिति में किराणे, फल-सब्जी आदि आवश्यक खाद्य सामग्री की वस्तुओं की पूर्ति के लिए प्रशासन पूर्ण रूप से संवेदनशील है और इस संबंध में प्राप्त होने वाली शिकायतों का निस्तारण अविलम्ब करने की कार्यवाही की जाती है। उन्होंने इस बात की भी प्रशंसा की कि अब तो ग्रामीण भी इतने जागरूक हो गये हैं कि स्वयं ही बाहर से आने वाले एवं घर में आईसोलेट व्यक्तियों से अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए सावधान रहने लगे हैं। प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर रेपिड रेस्पोंस टीम कार्यरत है जो कि व्यक्तियों के स्वास्थ्य की जांच आदि कार्यों का निर्वहन कर रही है।
प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर टीम गठित है और संदेहास्पद मरीजों की विशेष देखभाल और उन्हें आईसोलेट करने के प्रबन्ध हैं। उन्होंने इस कार्य में मुख्य कार्यकारी अधिकारी, उपखण्ड अधिकारियों एवं इस कार्य में लगे चिकित्सा कर्मियों की प्रशंसा की।
सहायता कोष जालोर में लगभग 15 लाख की राशि जमा
भामाशाह गरीब जरूरतमंद लोगों को भोजन सामग्री उपलब्ध करवा रहे हैं
जिला कलक्टर ने जानकारी दी कि वर्तमान में कोरोना संक्रमण से बचाव व्यवस्थाओं एवं गरीब जरूरतमंद व्यक्तियों की मदद के लिए भामाशाह व दानदाताओं ने आगे होकर जिला प्रशासन का सहयोग करना शुरू कर दिया हैं। जरूरतमंद व्यक्तियों को भोजन के पैकेट्स एवं खाद्य सामग्री भी उपलब्ध करवा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जिला प्रशासन को धन राशि की कोई ज्यादा आवश्यकता नहीं हैं, प्रशासन की मंशा है कि भामाशाह, दानदाता जिले की ग्राम पंचायतों को गोद लेकर स्वयं अपने स्तर से मरीज, काश्तकार, दिहाड़ी मजदूरों को आवश्यक सहायता के रूप में भोजन के पैकेट्स व खाद्य सामग्री सीधे ही उपलब्ध करवाएं। अब तक जिले में जरूरतमंद व्यक्तियों को पर्याप्त मात्रा में खाद्य सामग्री किट व भोजन के पैकेट्स उपलब्ध करवाये जा चुके हैं और यह व्यवस्था निरन्तर जारी रहेगी।
आटा चक्की खुली रहेंगी : चारा परिवहन पर कोई रोक नहीं
जिला कलक्टर ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार आटा चक्की खुली रहेंगी और जिले में चारा परिवहन वाहनों के आवागमन पर कोई प्रतिबन्ध नहीं हैं। किराणा की दुकान, ताजा फल सब्जी की दुकान भी खुली रहेगी। जिले के मीडिया प्रतिनिधि, अतिरिक्त जिला कलक्टर सी.एल.गोयल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी अशोक कुमार मौजूद थे।
Jalore: कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना एवं इन्दिरा प्रियदर्शिनी पुरस्कार योजना के तहत हुआ स्कूटी वितरण
कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना एवं इन्दिरा प्रियदर्शिनी पुरस्कार योजना के तहत हुआ स्कूटी वितरण
जालोर। कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना सत्र 2023-24 तथा इन्दिरा प्रियदर्शिनी पुरस्कार योजना सत्र 2021-22 एवं 2022-23 की स्कूटियों का वितरण कार्यक्रम राजस्थान विधानसभा के मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग के मुख्य आतिथ्य एवं सांसद लुम्बाराम चौधरी, आहोर विधायक छगनसिंह राजपुरोहित, जिला प्रमुख राजेश कुमार, जालोर प्रधान नारायण सिंह राजपुरोहित तथा जिला कलक्टर डॉ. प्रदीप के. गवांडे के विशिष्ट आतिथ्य में सम्पन्न हुआ।
समारोह में अतिथियों द्वारा जालोर एवं सांचौर की उच्च शिक्षा विभाग अंतर्गत सभी वर्ग की 27, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के तहत अनुसूचित जाति की 16, अनुसूचित जनजाति विभाग के तहत 5, माध्यमिक शिक्षा विभाग के तहत सामान्य वर्ग का आर्थिक पिछड़ा वर्ग 5, इन्दिरा प्रियदर्शिनी पुरस्कार योजनान्तर्गत सत्र 2021-22 एवं 2022-23 की 9 सहित कुल 62 छात्राओं को मय हेलमेट स्कूटियों का वितरण किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने लाभार्थी छात्राओं एवं अभिभावकों को शुभकामनाएं दी तथा छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा अर्जन में पुरे मनोयोग से मेहनत कर सरकारी सेवा प्राप्त कर अपने जिले एवं परिवार का नाम राजस्थान में ही नहीं बल्कि देश में रोशन करें। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि वे बालिकाओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में पूर्ण रूप से सहयोग करें। उन्होंने छात्राओं से राष्ट्र निर्माण एवं नैतिक मूल्यों का पालन करते हुए एक चरित्रवान नागरिक बनने की अपील की।
सांसद लुम्बाराम चौधरी ने छात्राओं से राज्य एवं केन्द्र सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं का प्रसार-प्रचार करने एवं इनका भरपूर लाभ उठाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में शिक्षा के क्षेत्र में राज्य एवं केन्द्र सरकार की कई योजनाएं संचालित है जिसका विद्यार्थी फायदा उठाकर अपने करियर के लक्ष्य को प्राप्त कर सकता हैं।
आहोर विधायक छगन सिंह राजपुरोहित ने प्रतिभावान छात्राओं से कहा कि वे अपनी प्रतिभा को कायम रखते हुए अपने लक्ष्य की प्राप्ति तक शैक्षणिक निरन्तरता बनाए रखें।
स्कूटी योजना के जिला नोडल प्रभारी डॉ. वगताराम चौधरी ने स्वागत उदबोधन देते हुए राज्य सरकार द्वारा विभिन्न विभागों में संचालित स्कूटी योजना से संबंधित नियमों एवं पात्रता की जानकारी दी। कार्यवाहक प्राचार्य मोहम्मद इरफान ने सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रेखा चौधरी, एबीवीपी जिला संयोजक दशरथ गर्ग भी उपस्थित रहें। मंच संचालन मांगीलाल आर्य ने किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के सेवानिवृत प्राचार्य डॉ. एम. एल. जांगिड़, डॉ. पीपाराम, डॉ. विक्रम टांक, सुमित दवे, नरेश राजपुरोहित, पुष्पा देवी, मुकेश कुमार, रतन लाल, प्रकाश, शंकर लाल एवं छात्राएं तथा अभिभावक उपस्थित रहे।