पत्रकार – सन्तोष शर्मा, नरता
जालोर/ भीनमाल – हर वर्ष बैसाख माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पर भगवान विष्णु के अवतार प्रभु परशुराम का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इस बार भगवान परशुराम का जन्मोत्सव 10 मई को मनाया जा रहा है। भगवान परशुराम का जन्म अक्षय तृतीया के दिन हुआ था जिसके कारण अक्षय तृतीया का महत्व काफी बढ़ जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान परशुराम विष्णु जी के छठे अवतार हैं। हिंदू धर्म में भगवान परशुराम का जन्मोत्सव बड़े ही उत्साह और श्रद्धा के साथ हर साल मनाया जाता है।
धर्म शास्त्रों के अनुसार भगवान विष्णु के कुल 10 अवतार हैं, जिनमें से छठा अवतार महर्षि परशुराम हैं. इसलिए हिंदू धर्म में परशुराम जयंती को बहुत ही धूमधाम और पूरे विधान के साथ मनाया जाता है. बता दें कि दक्षिण भारत के उड़ुपी के पास भगवान परशुराम का बहुत बड़ा मंदिर है और इसकी विशेष मान्यता है. परशुराम जयंती के दिन भगवान परशुराम का पूजन करने से व्यक्ति को पराक्रम और बलशाली बनने का आशीर्वाद मिलता है। भीनमाल – भगवान परशुराम जन्मोत्सव के कार्यक्रम की रूपरेखा……….. श्रीमाली ब्राह्मण समाज भीनमाल द्वारा भगवान परशुराम जन्मोत्सव की पूर्व संध्या पर 501 दीप महायज्ञ का आयोजन किया गया।
जन्मोत्सव के दिन सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक विशाल रक्तदान शिविर का आयोजन किया जाएगा।
जन्मोत्सव के दिन सुबह 9 बजे रंगोली, परशुराम भगवान की महापूजा, महाआरती और भगवान परशुराम की जीवनी का व्याख्यान किया जाएगा।
स्थान – दिव्य परशुराम सर्किल चौराहा, आदर्श नगर कृषि मंडी के सामने, भीनमाल
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